बहुत पुराने सम्मे की बात है एक गाँव में मीना नाम की एक बहुत ही खूबसूरत लड़की रहती थी ।
लेकिन वह बहुत ही गरीब थी । वह अपने बूढ़े माँ बाप और एक टॉमी नामक कुत्ते के साथ ख़ुशी खुशी रहती थी ।
एक दिन उसके झोपड़ी के बहार एक युवक की साइकिल ख़राब हो गयी ।
समय रात का था और चारो ओर सनाटा था युवक ने हिम्मत से झोपड़ी का दवाज़ा खटखटाया ।
मीना ने दरवाज़ा खोला तो युवक ने अपनी परिशानी बताई उसकी बातों को मीना के बाबा भी सुन रहे थे ।
मीना बिलकुल चुप थी !
अचानक अंदर से मीना के बाबा ने कहा “बेटा तुम रात यही बीता लो और सुबह अपनी साइकिल को ठीक करवा लेना” ।
ये सुनकर युवक की जान में जान आयी क्योंकि उसे मालूम था रात के वक़्त जंगली पहाड़ी के पीछे वाले रस्ते पर भूत परेत मडराते रहते है और लोगों को मर कर खा जाते ।
युवक ने जब झोपड़े के अंदर प्रवेश किया तो वह उनकी गरबी देख कर दुखी हो उठा ।
और उसने फैसला किया की वह इनकी बेटी से शादी कर लेगा क्योंकि वह रात में मिली मदद का क़र्ज़ उतारना चाहता था ।
युवा ने सुबह होते ही मीना के बाबा से उसका हाथ मांग लिया ।
मीना के बाबा की ख़ुशी का कोई ठिकाना ना रहा ।
बस फिर चट मगनी पट विवाह ।
शादी के अगले दिन मीना अपने पति और टॉमी के साथ अपने ससुराल की ओर चल पढ़ी ।
अरे मैं आपको युवक का नाम तो बताना ही भूल गया …
युवक कौन था?
उसका नाम था मनोज और वह एक जिमीदार का बेटा था ।
जैसे ही मनोज अपने गाँव पहुंचा उसकी शादी की बात आग की तरह पुरे गाँव में फ़ैल गयी ।
क्योंकि मनोज के माँ बाप बहुत ही लालची किसम के लोग थे ।
जब उनको पता चला मीना एक गरीब परिवार से है तो दोनों आग बबूला हो उठे क्योंकि वह अपने बेटे की शादी किसी धनी आदमी की बेटी से करवाना चाहते थे ।
लेकिन उस वक़्त वह धीरज से काम लेते है ।
इसे ही एक साल गुज़र गया ।
मीना ने एक बेटी को जन्म दिया और इस बात पर ज़मींदार और उसकी बीवी मीना से ओर नफरत करने लगे क्योंकि उने पोता पाने की तमन्ना थी ।
एक दिन मनोज काम के लिए कुछ दिनों के लिए बाहर चला गया ।
बस फिर क्या मोका पाते ही ज़मीदार और उसकी लालची बीवी मीना को मारकर खेत में दफना देते है ।
और मीना की बेटी को भी उसकी कबर के ऊपर छोड़कर हवेली में वापिस आ जाते है ।
वह पुरे गाँव में झूठी खबर फिला देते है की मीना घर से सारा सोना लेकर फरार हो गयी है और यही बात अपने बेटे को भी तार के ज़रिये पोहचा देते है ।
बच्ची की कलेजे को पसीज देने वाली रोने की आवाज़ के कारन मीना की लाश में जान आ जाती है और वह चुड़ैल के रूप में वापिस धरती पर आ जाती है ।
परन्तु वह अपनी बच्ची को अपने हाथ में नहीं उठा पाती क्योकि उसके पास कोई शक्ति नहीं होती और ना ही उसे कोई देख सकता है ।
वह बिलकुल अदृश्य बन जाती है ।
टॉमी ने मीना की कैसे मदद की?
मीना जो की चुड़ैल बन चुकी है अपनी बच्ची के रोने के कारण बहुत परेशान हो जाती है ।
आखिर में जब वह अपने घर की तरफ जाती है तो मीना का कुत्ता टॉमी उसे चुड़ैल के रूप में भी पहचान लेता है ।
मीना टॉमी को खेतों की तरफ ले जाती है और टॉमी बच्ची को उठा घर ले आता है ।
क्योंकि मीना अब चुड़ैल बनचुकी थी इस लिए वह अपनी बच्ची को दूध भी नहीं पीला पा रही थी ।
इस से वह बहुत निराश हो जाती है और भगवान से शक्ति मांगती है और भगवान उससे सब शक्तियां दे देते है ।
मीना अपनी बच्ची को दूध पिलाती है और फिर अपने सास और ससुर से बदला लेने की कसम खाती है ।
मीना पहले अपने सास को गला दबाकर मर डालती है और फिर ज़मीदार के पीछे पढ़ जाती है ।
ज़मीदार मीना के डर से इधर उधर बचने के लिये भागता है ।
लेकिन चुड़ैल से बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी था ।
चुड़ैल की आत्मा को कैसे शांति मिली?
चुड़ैल अपने ज़मीदार ससुर को सभी गाँव वालों के सा1मने गले से हवा में उठा देती है ।
डर के मरे ज़मीदार सब सच सच कबूल कर लेता है यह सब मनोज और पुलिस इंसपेक्टर भी सुन लेते है ।
फिर क्या पुलिस ज़मीदार को जेल में बंद कर देती है ।
टॉमी सबको मीना की कबर के पास ले जाता है ।
और फिर मनोज और गाँव वाले मिलकर मीना की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करते है ।
मीना का भूत धरती को छोड़ कर वापिस भगवान के पास चला जाता है ।
और मीना की बेटी चुड़ैल की बेटी के नाम से सारे इलाके में मशहूर हो जाती है ।
कहा जाता है मीना चुड़ैल के पास भगवान का आशीर्वाद था ।
और यह भी कहा जाता है जब जब चुड़ैल की बेटी किसी मसीबत में होती है तब तब वह चुड़ैल धरती पर उसकी मदद के लिए प्रगट हो जाती है ।
** End of Chudail ki Beti चुड़ैल की बेटी **
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