राजा रानी और सपनों का पेड़

बहुत समय पहले की बात है, एक खूबसूरत राज्य था जिसे “चमचमपुर” कहा जाता था। इस राज्य के राजा का नाम वीरेंद्र था और रानी का नाम रत्नमाला। दोनों अपनी प्रजा का बहुत ध्यान रखते थे, लेकिन एक परेशानी थी। उनके राज्य में खुशहाली थी, परंतु उनके पास कोई बच्चा नहीं था। राजा और रानी ने भगवान से प्रार्थना की और एक दिन, आकाश से एक चमत्कारी आवाज आई:
“तुम्हें अपना बच्चा पाने के लिए साहस और धैर्य का परीक्षण देना होगा। जंगल में ‘सपनों का पेड़’ खोजो।”

सपनों का पेड़

राजा और रानी ने तुरंत सफर शुरू किया। वह जंगल घना और डरावना था। रास्ते में उन्हें बोलने वाले पक्षी, हंसने वाले पेड़ और चमकते पत्थर मिले। पक्षी ने कहा, “सपनों का पेड़ केवल उन्हें मिलता है, जिनके दिल में सच्चा प्रेम और दया हो।”

जैसे ही राजा और रानी ने आगे बढ़ना शुरू किया, उन्हें तीन चुनौतियों का सामना करना पड़ा:

1. पहली चुनौती: नदी का रहस्य
रास्ते में उन्हें एक गहरी नदी मिली। नदी ने कहा, “अगर तुम मुझे पार करना चाहते हो, तो मुझे एक सच्ची कहानी सुनाओ।”
रानी ने नदी को अपने राज्य की एक कहानी सुनाई, जहां उन्होंने एक गरीब किसान की मदद की थी। नदी मुस्कुराई और रास्ता दे दिया।

2. दूसरी चुनौती: पत्थरों का पहाड़
आगे एक बड़ा पहाड़ मिला, जिसके पत्थर आपस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा, “हमें खुश करो, वरना रास्ता बंद रहेगा।”
राजा ने अपनी बांसुरी निकाली और खूबसूरत धुन बजाई। पत्थर नाचने लगे और रास्ता खुल गया।

3. तीसरी चुनौती: अंधेरा जंगल
अंत में, उन्हें एक ऐसा जंगल मिला, जहां अंधेरा था। रानी ने अपनी लालटेन जलाई, लेकिन रोशनी फीकी थी। तभी उन्हें एक हिरण मिला, जिसने कहा, “अपना दिल साफ रखो, रोशनी बढ़ेगी।” राजा और रानी ने भगवान से प्रार्थना की और अचानक रोशनी तेज हो गई।

 

सपनों का पेड़ और चमत्कार

आखिरकार, उन्हें सपनों का पेड़ मिला। पेड़ ने कहा, “तुमने अपनी दया और साहस से यह परीक्षा पास कर ली है। अब तुम्हारा आशीर्वाद पूरा होगा।”
कुछ ही समय में, राजा और रानी को एक सुंदर बेटी मिली, जिसका नाम उन्होंने “अनन्या” रखा। वह बेटी बहुत बुद्धिमान और दयालु थी, और उसने पूरे राज्य को और भी खुशहाल बना दिया।

इस तरह, राजा और रानी की मेहनत और प्यार ने उन्हें उनकी सबसे बड़ी खुशी दी।

शिक्षा: सच्चा प्रेम और दया हर मुश्किल को पार कर सकती है।

 

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